जब किशोरियों में हार्मोन्स संतुलन गड़बड़ाए
By: Pratima Tyagi today is my first post.
Hello Everyone, आज हम जानेगे लड़कियों में होने बाले हार्मोन्स की गड़बड़ी, सम्भाब्ता क्यों और किन कारनो से होती है|
हमारे दोस्तों का हमेशा ही ये सबाल रहता है| जो अपने और अपनी किशोर बेटी के लिए हमारे मन में चलते रहते है। हार्मोन्स के असंतुलन के कई कारण हो सकते हैं, ये कारण बचपन से किशोरी होने से बड़े होने तक १० से १३ साल तक अलग अलग हैं |
जब बच्चे बढे होने लगते हैं तो ये हार्मोन्स उनके बड़े होने का इशारा करते हैं| यह एक सामान्य बात है, लड़कियों में ये कारण पहले और जल्दी दिखाई देते हैं ,ऐसे में शरीर पर पड़ने बाले हार्मोन्स का असर कई बार आने बाले सालो तक के लिए मुसीबत खड़ी कर देता है, जिसकी सबसे ज्यादा फ़िक्र एक माँ को होती है| सम्भाब्ता डाँक्टर की सलाह से उचित समय पर इसका इलाज करना चाहिए |
हार्मोन्स संतुलित न होने की बजह:-
इसके बहुत से कारन है जो एक डाँक्टर के द्वारा जांचे होने पर सामने आ जाते है| इसके लिए आपको परेशांन होने की जरुरत नहीं है | बच्चियों में योनि की साफ सफाई न होना , मोटापे के कारन, जींस में खराबी होने के कारन ,बहुत अधिक खाना या कम मात्रा में भोजन करना, बहुत अधिक एक्ससाइज करना, कीमोथेरेपी के कारन, पीरियड जल्दी आने के कारन ये परेशानी सामने आती है। लेकिन इसके लिए चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है। इलाज और साफसफाई रखना ही उचित है।
![kishoriyon me harmonse ka asantulan harmonse ka asantulan](https://encrypted-tbn0.gstatic.com/images?q=tbn:ANd9GcSG7EkJOc1U0Rp6dsjeVNfw8V_fT2B590H51EYmdBtIuJzdFpbZ) |
लड़कियों में हार्मोन्स संतुलन |
जाँच जरूर कराएं:-
अगर बच्ची में प्यूबर्टी के टाइम कोई खास कारन नजर आतें है तो डाँक्टर से जाँच जरूर कराएं और उचित समय पर उसका इलाज शुरू करें| जरुरत पड़ने पर हड्डियों की उम्र पता करने के लिए एक्सरे, हार्मोन्स का लेबल पता करने के लिए ब्लड टेस्ट, बिशेष जांचों का पता करने के लिए एम् आर आई या सिटी स्क्रीन या अल्ट्रासाउंड करबाने को भी कह सकते है|
![harmonse ka asantulan ladkiyon me harmons ka km bd hona](https://encrypted-tbn0.gstatic.com/images?q=tbn:ANd9GcSXbmIPtNAB_dSipiCBgGDCd_c41fwX6cE8aW8hUGUQHD1vvDbPjQ) |
हार्मोन्स का असंतुलन |
बच्चियों में प्यूबर्टी होना :-
लड़कियों में प्यूबर्टी होना मतलब किशोर होने की उम्र सामान्य तोर पर १० से १३ के बिच की होती है| लेकिन कई करने से ये उम्र जल्दी या बोहोत देरसे होती है , ये क्रिया किशोरियों के शरीर पर निर्भर करती हे। इसके लिए आपको अधिक चिंता करने की कोई जरुरत नहीं है, सही समय पर इलाज ही इसका एक उपाए है जिससे लड़की हमेश स्वस्थ और सुन्दर काया पाती है , हमेश सफाई रखने और संतुलित जीबन यापन करने से ही हम स्वस्थ रहते हुई |
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एक नई पोस्ट के साथं फिर मुलाकात होगी तबतक के लिए नमस्कार।
प्रतिमा त्यागी
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Thanku..
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